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देश भर में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी, जानिए इस बार क्या हैं लक्षण

TLB Desk

नई दिल्ली 30 May, 2025 12:21 pm

भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं, जिससे कई राज्यों ने एहतियाती कदम तेज़ कर दिए हैं। कोविड-19 टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है और अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड्स तथा आवश्यक दवाओं की तैयारी की जा रही है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, इस समय भारत में जो कोविड वेरिएंट्स फैल रहे हैं वे आमतौर पर हल्के लक्षण पैदा कर रहे हैं। इनमें ओमिक्रॉन के उपप्रकार LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 शामिल हैं।

मानसून के मौसम में श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारियों में वृद्धि के चलते कोविड और फ्लू के लक्षणों में अंतर कर पाना मुश्किल हो गया है। सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में इंटर्नल मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. धीरज भट्टाड़ के अनुसार, फ्लू और कोविड-19 दोनों ही बुखार, गले में खराश, खांसी, सिरदर्द, बदन दर्द और थकान जैसे लक्षण पैदा करते हैं। हालांकि, स्वाद और गंध का चला जाना कोविड का विशिष्ट लक्षण है।

स्वास्थ्य विभाग ने शहरी क्षेत्रों में ILI (इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण) और SARI (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) के मामलों में वृद्धि के चलते कोविड की निगरानी और टेस्टिंग को तेज़ कर दिया है। अस्पतालों में रिपोर्ट हो रहे कोविड के लक्षणों में हल्का बुखार, सूखी या चुभती खांसी, भारी आवाज़, नाक बंद होना या हल्की बहती नाक, थकान, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, गले में तकलीफ और कभी-कभी हल्के पाचन संबंधी लक्षण जैसे मतली या दस्त शामिल हैं।

कोविड मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए राज्य सरकारों ने भी तैयारियाँ तेज़ कर दी हैं। मुंबई और हरियाणा जैसे राज्यों में विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं। नवी मुंबई के नगर आयुक्त कैलास शिंदे ने बताया कि शहर में आवश्यक दवाइयों, PPE किट्स, सर्जिकल उपकरण, ऑक्सीजन और ऑक्सीजन बेड्स का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया गया है। हरियाणा में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर बनाएं, आइसोलेशन बेड्स तैयार रखें, और पर्याप्त मात्रा में PPE किट्स, ऑक्सीजन सप्लाई, मास्क, एंटीबायोटिक दवाइयां और टेस्टिंग किट्स उपलब्ध रखें। चंडीगढ़ स्थित PGIMER में कोविड मरीजों के लिए ICU बेड्स और विशेष वार्ड सक्रिय कर दिए गए हैं।

डॉक्टरों ने जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है खासकर उन लोगों को जो बुजुर्ग हैं, पहले से बीमार हैं या जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है। PGIMER के डीन रिसर्च डॉ संजय जैन ने कहा कि भले ही अधिकांश मामले हल्के हैं फिर भी सतर्कता जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोग भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर, खासकर अस्पतालों में मास्क पहनें। यदि किसी को बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, बहती नाक या दस्त जैसे लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक या स्टेरॉयड न लें। कमजोर लोगों को भीड़ से बचने और हाथों की सफाई बनाए रखने की सलाह दी गई है।

कुल मिलाकर देश में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है और सरकार के साथ-साथ चिकित्सा विशेषज्ञ भी लोगों से सावधानी बरतने और कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाने की अपील कर रहे हैं।

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