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इंजीनियरिंग के छात्रों ने JE में B.Tech को शामिल करने की उठाई मांग, #Allow_Btech_in_UP_JE किया ट्रेंड

Archit Gupta

नई दिल्ली 04 Jan, 2021 11:14 pm

उत्तर प्रदेश में जहां एक और योगी सरकार रोजगार को लेकर बड़े-बड़े दावे करती हैं, वहीं दूसरी ओर राज्य में कई भर्तियां सालों से अटकी हुई हैं. लेकिन इस बार हम अटकी हुई भर्तियों की नहीं बल्कि एक भर्ती की योग्यता पर बात कर रहे हैं, जिसको लेकर छात्र काफी विरोध जता रहे हैं. उत्तर प्रदेश में जूनियर इंजीनियर यानी JE की भर्ती को लेकर छात्र सवाल उठा रहे हैं. इंजीनियरिंग के छात्रों का कहना है कि यूपी में जूनियर इंजीनियर के लिए सिर्फ डिप्लोमा मान्य है, जबकि इसमें B.Tech वालों को जगह मिलनी चाहिए थी. 

छात्रों का कहना है कि केंद्र सरकार समेत कई राज्यों में होने वाली JE की भर्तियों में सभी पदों के लिए डिप्लोमा के साथ-साथ बीटेक भी मान्य है. केंद्र सरकार में होने वाली JE की भर्तियों में बीटेक मुख्य तौर पर है और डिप्लोमा न्यूनतम योग्यता के तौर पर है, लेकिन यूपी में सरकार ने डिप्लोमा वालों को ही मान्यता दी है और बीटेक वालों को तो JE से बाहर ही कर दिया है. 

इतना ही नहीं यूपी में असिस्टेंट इंजीनियर के 50 फीसदी पद JE वालों को प्रमोट कर भरे जा रहे हैं. यानी कि 50 फीसदी डिप्लोमा किए छात्र प्रमोट होकर असिस्टेंट इंजीनियर बन रहे हैं. जबकि असिस्टेंट इंजीनियर JE से सीनियर होता है और असिस्टेंट इंजीनियर बनने के लिए एक छात्र को B.Tech करना पड़ता है. पहले प्रमोशन में JE का कोटा 35 फीसदी था जिसे बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया गया था. इसकी जानकारी छात्रों को RTI से मिली है. 

यूपी में होने वाली JE की भर्तियों में B.Tech को शामिल करवाने के लिए इंजीनियरिंग के छात्रों ने सोमवार को ट्विटर पर कैंपेन चलाया. सोमवार सुबह से शाम तक हैशटैग #Allow_Btech_in_UP_JE ट्विटर पर ट्रेंड करता रहा. इस हैशटैग के साथ अब तक 1 लाख से ज्यादा ट्वीट किए जा चुके हैं. इंजीनियरिंग के छात्र चाहते हैं कि JE में बीटेक को शामिल कर उनके लिए रोजगार के रास्ते खोले जाएं.

बेरोजगार इंजीनियर्स एसोसिएशन ने ट्वीट कर लिखा, ''यह कैसा पाखंड है? बीटेक धारक डिप्लोमा धारकों को पढ़ा सकते हैं और प्रशिक्षित कर सकते हैं, लेकिन बीटेक वालों को JE में शामिल होने की अनुमति नहीं है, जो अब केवल डिप्लोमा धारकों के लिए आरक्षित है.''

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संदीप कुमार यादव कहते हैं, ''यूपी में JE के सभी पदों पर केवल Diploma को भरा जा रहा है, उसके बाद भी असिस्टेंट इंजीनियर के 50 फीसदी पदों पर भी Diploma/JE वालों को प्रमोट किया जा रहा है. AE की भर्ती 6-7 वर्षों में एक बार आती है और वो भी कम संख्या में क्योंकि आधे पद प्रमोशन से ही भर दिए जा रहे हैं.अब शायद यूपी में अधिक दक्ष होना गुनाह है!''

आपको बता दें कि जूनियर इंजीनियर की भर्ती में B.Tech को शामिल करने के लिए उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा है.

 

 

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